Thursday, March 17, 2016

10वीं पास बिहार की बेटी मीनाक्षी ने Einstein की थ्योरी को बताया गलत..नासा ने भी माना इनकी बात कों

बिहार के मुंगेर की रहने वाली 11वीं की छात्रा मीनाक्षी ने बिहार ही नहीं पुरे देश का नाम रौशन किया है. उन्होंने अपने रिसर्च के जरिये आइंस्टीन की थ्योरी को चैलेंज किया है. जिसे नासा ने भी मुहर लगा दी है. मीनाक्षी आइंस्टीन के उस थ्योरी को गलत बता रही है जिसमें आइंस्टीन ने कहा था अपने शोध में कहा था कि प्रकाश की गति नहीं बढती है जबकि 11वीं की छात्रा मीनाक्षी का दावा है कि प्रकाश की गति को बढ़ाया जा सकता है.
मीनाक्षी की शोध को नासा ने भी सही ठहराया है वहीं उनके इस उपलब्धि के लिए नासा और कैब्रिज यूनिवर्सिटी से सर्टिफिकेट भी मिला है. अभी मीनाक्षी डार्क इनर्जी और ब्लैक होल्स के रहस्यों को लेकर नासा के साथ शोध कर रही है.
मीनाक्षी उस समय सुर्खियों में आई थी जब उनका सिलेक्शन 2104 में दुनिया के टॉप 20 जुनियर साइंटिस्ट के लिए हुआ था. मीनाक्षी को कैब्रिंज यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई के साथ रिसर्च करने का ऑफर भी मिला है.
उन्होंने अपने इस शोध से मु्ंगेर ही नहीं भारत का नाम भी पूरी दुनिया में रोशन किया है. मीनाक्षी सिन्हा जिले के बीआरएम कॉलेज की 11वीं की छात्रा हैं.
मीनाक्षी के पिता मुकेश कुमार सिन्हा एक योग शिक्षक और माता संध्या वर्मा जुवेनाइल बोर्ड की सदस्या हैं. मीनाक्षी की शुरुआती शिक्षा नॉट्रोडेम स्कूल से हुई है और फिलहाल इंटर की पढ़ाई बी.आर.एम महिला कॉलेज से कर रही है.
मीनाक्षी जब सातवी कक्षा में थी तभी उन्होंने प्रकाश की गति पर रिसर्च शुरू कर दिया था. वर्ष 2012 में भाभा को अपने रिसर्च की थ्योरी भेजी जिसे भाभा ने वर्ष 2013 में उस थ्योरी को नासा में भेज दिया और नासा ने भी मीनाक्षी विलक्षता प्रतिभा को देखते हुए दो वर्षो की पढाई के लिए ऑफर दिया था.
नासा ने मीनाक्षी के नाम को 20 टॉप जूनियर वैज्ञानिक की सूची में शामिल किया है. वर्ष 2015 में नासा ने ओनर सर्टिफिकेट से सम्मानित किया है.

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